राम मिलेंगे आश्रम छत्तीसगढ़ राज्य के जांजगीर-चांपा जिले के शिवरीनारायण शहर में महानदी, शिवनाथ और जोंक नदियों की त्रिवेणी धारा के किनारे स्थित है। यह स्थान बिलासपुर से 60 किमी तथा रायपुर से 120 किमी पर स्थित है।
रायपुर एवं बिलासपुर सुगम हवाई मार्ग एवं रेल मार्ग से जुड़े हैं। मंदिरों के शहर शिवरीनारायण से केवल पांच किलोमीटर दूर, तेंदुआ धाम राम मिलेंगे आश्रम, शांति का आश्रय है। सुंदर, प्राकृतिक वातावरण में स्थित, यह आश्रम डॉ. अशोक हरिवंश "भैया जी " की मदद से प्रकृति और व्यक्ति के मध्य तालमेल बिठाकर; अनुशासित जीवन शैली के माध्यम से अपने भीतर के राम से साक्षात्कार करने के लक्ष्य की ओर प्रेरित है।
संपर्क करेराम मिलेंगे आश्रम छत्तीसगढ़ राज्य के जांजगीर चांपा जिले के शिवरीनारायण शहर में महानदी , शिवनाथ और जोंक नदियों की त्रिवेणी धारा के किनारे िस्थितः है
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माता कौशल्या की गोद में बालरूप राघव जी का विग्रह , 108 फीट ऊँचा मंदिर, कलश सहित कुल ऊँचाई 121 फीट|मन्दिर के गर्भगृह में 500 भक्तों के बैठने की व्यवस्था
न्यूनतम 1100 एवं अधिकतम 2100 शिवलिंग की स्थापना
पार्थिव शिवलिंग का समय-समय पर निर्माण
प्रति सोमवार रुद्राभिषेक
पंचमुखी हनुमान मंदिर की स्थापना
नियमित धार्मिक-आध्यात्मिक आयोजन
निरन्तर हनुमान चालीसा एवं सुन्दरकाण्ड पाठ का आयोजन
राम मिलेंगे के अभियान में डॉ. अशोक हरिवंश द्वारा की जाने वाली कथा में डॉ. अशोक हरिवंश द्वारा कोई धन आदि नहीं लिया जाता है। पिता श्री हरिवंश चतुर्वेदी का आदेश है, कि श्रीराम कथा से प्राप्त किसी भी राशि, चढ़ावे का उपयोग स्वयं के जीवन हेतु नहीं करेंगे।
प्रकल्पों के विकास हेतु संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर "श्री राघव सेवा समिति” कार्य करती है। समिति को सहयोग देने की अपेक्षा समाज से है। समाज से प्राप्त सहयोग ही समिति और आश्रम की सफलता का आधार है। समिति को सहयोग प्रदाय हेतु विवरण निम्नानुसार है।
सहयोग हेतु विवरण