राम मिलेंगे के अभियान में डॉ. अशोक हरिवंश द्वारा की जाने वाली कथा में डॉ. अशोक हरिवंश द्वारा कोई धन आदि नहीं लिया जाता है। पिता श्री हरिवंश चतुर्वेदी का आदेश है, कि श्रीराम कथा से प्राप्त किसी भी राशि, चढ़ावे का उपयोग स्वयं के जीवन हेतु नहीं करेंगे।
प्रकल्पों के विकास हेतु संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर "श्री राघव सेवा समिति” कार्य करती है। समिति को सहयोग देने की अपेक्षा समाज से है। समाज से प्राप्त सहयोग ही समिति और आश्रम की सफलता का आधार है। समिति को सहयोग प्रदाय हेतु विवरण निम्नानुसार है।
सहयोग हेतु विवरण